नक्सलियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन पांचवें दिन भी जारी, 5 नक्सली ढेर, हिड़मा समेत कई टॉप कमांडर घिरे

बीजापुर में नक्सलियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन पांचवें दिन भी जारी, 5 नक्सली ढेर, हिड़मा समेत कई टॉप कमांडर घिरे

बीजापुर, छत्तीसगढ़ – 25 अप्रैल 2025

छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर स्थित बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टा पहाड़ियों के घने जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच पिछले पांच दिनों से भीषण मुठभेड़ जारी है। सोमवार को शुरू हुआ यह ऑपरेशन, जिसे अब तक का सबसे बड़ा नक्सल विरोधी अभियान माना जा रहा है, शुक्रवार को भी जारी रहा। इस निर्णायक लड़ाई में अब तक कम से कम 5 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य के घायल होने या मारे जाने की आशंका है।

हजारों जवान, तीन राज्यों का संयुक्त प्रयास

इस बड़े ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ पुलिस की विभिन्न इकाइयां – डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG), बस्तर फाइटर्स, स्पेशल टास्क फोर्स (STF) – के साथ-साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और इसकी विशिष्ट इकाई कोबरा (CoBRA) बटालियन के हजारों जवान शामिल हैं। तेलंगाना पुलिस की ग्रेहाउंड्स फोर्स और महाराष्ट्र पुलिस भी इस अभियान में सहयोग कर रही हैं। सुरक्षाबलों ने अत्याधुनिक ड्रोन और MI-17 हेलीकॉप्टरों की मदद से नक्सलियों के मजबूत गढ़ माने जाने वाले कर्रेगुट्टा और दुर्गमगुट्टा पहाड़ियों को चारों ओर से घेर लिया है।

सूत्रों के अनुसार, इस इलाके में नक्सलियों की पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) की सबसे खतरनाक मानी जाने वाली बटालियन नंबर-1 और तेलंगाना राज्य समिति के लगभग 500 से 1000 कैडर मौजूद हैं, जिनमें माड़वी हिड़मा और दामोदर जैसे करोड़ों के इनामी टॉप कमांडर भी शामिल हैं। सुरक्षाबलों का मुख्य उद्देश्य नक्सलियों की इसी सैन्य ताकत और नेतृत्व को ध्वस्त करना है।

पांच नक्सली मारे गए, मुठभेड़ जारी

गुरुवार तक मुठभेड़ में तीन महिला नक्सलियों के शव बरामद किए गए थे, जिनकी पहचान पीएलजीए बटालियन नंबर 1 के सदस्यों के रूप में की जा रही है। शुक्रवार सुबह तक मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़कर 5 हो गई। अधिकारियों का मानना है कि मुठभेड़ में और भी कई नक्सली हताहत हुए हैं, लेकिन घने जंगल और लगातार गोलीबारी के कारण सटीक संख्या बता पाना मुश्किल है। मुठभेड़ अभी भी रुक-रुक कर जारी है और इसके अगले कुछ दिनों तक चलने की संभावना है।

भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद, बंकर ध्वस्त

सघन तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने नक्सलियों द्वारा लगाए गए 100 से अधिक आईईडी (IED) बरामद कर उन्हें निष्क्रिय किया है। इसके अलावा, भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और अन्य नक्सली सामग्री जब्त की गई है। जवानों ने नक्सलियों के 12 ठिकानों का पता लगाकर उन्हें ध्वस्त कर दिया है, जिसमें कंक्रीट स्लैब से बना एक बड़ा बंकर भी शामिल है।

गर्मी और मुश्किल हालात से जूझते जवान

जहां मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को कोई क्षति नहीं हुई है, वहीं भीषण गर्मी (लगभग 44 डिग्री सेल्सियस) और दुर्गम पहाड़ी इलाके के कारण करीब 15 जवानों की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें डिहाइड्रेशन और हीटस्ट्रोक की शिकायत के बाद हेलीकॉप्टर की मदद से वेंकटापुरम ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि कठिन परिस्थितियों के बावजूद जवानों का मनोबल ऊंचा है और ऑपरेशन पूरी दृढ़ता के साथ जारी है।

यह ऑपरेशन बस्तर क्षेत्र में नक्सलवाद के खात्मे के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर रखी है और तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।